प्रबोध जी अध्यापक हैं
ज़िला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान में
एक दिन सरकारी निर्देशों के मुताबिक़
वहाँ वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन हुआ
मुख्य अतिथि बनाए गए
संयुक्त शिक्षा निदेशक
यानी जे.डी. साहब
प्रबोध जी को संचालन सौंपा गया
प्राचार्या ने स्वागत-भाषण में
जे.डी. साहब के लिए वही कहा
जो कबीर ने प्रभु की
महिमा में कहा था :
''सात समुंद की मसि करौं,
लेखनि सब बनराइ।
धरनी सब कागद करौं,
हरि गुन लिखा न जाइ ।।''
प्रबोध जी से रहा नहीं गया
संचालक की हैसियत से वह बोले :
'जब मुख्य अतिथि की तारीफ़ में
काट डाले जाएँगे बनराइ
तो वृक्षारोपण
क्यों करते हो भाई ?'